ज़ुल-हिज्जा की दसवीं का पुण्य: हिंदी भाषा: उपदेशक: अब्दुल रशीद मुर्तदा
ग़ीबत सुनना निषेध है
आशूरा के रोज़े की फ़ज़ीलत: उपदेशक अब्दुल रशीद मुर्तदा
दो मुखी होना निंदनीय है