प्रमुख बहुदेववाद से क्या हानि है
हम अल्लाह मालिक की इबादत कैसे करें
इबादत में इहसान का अर्थ क्या है
उपदेशक एवं अनुवादक के लिए एकेश्वरवाद का महत्व/मुहम्मद एन्तेखाब