वक्ती विशेष अथवा पशु विशेष को लानत का शराप देना निषेध है
प्रार्थना की सुन्नतें 3
ज़ुल-हिज्जा के दस दिनों की फजीलत और उपदेशक/अबू इनाम मुहम्मद एन्तेखाब द्वारा बलिदान के प्रावधानों की
ग़ीबत सुनना निषेध है