हर सुनी सुनाई बात बयान करना निषेध है
उपदेशक मुहम्मद एन्तेखाब द्वारा साल के अंत में विधर्म
ज़ुल-हिज्जा की दसवीं का पुण्य: हिंदी भाषा: उपदेशक: अब्दुल रशीद मुर्तदा
दो मुखी होना निंदनीय है